अकेले में कैसे खुश रहे ?
जो हमारे लिए दुनिया में सबसे ज्यादा important होते हैं। अक्सर उनके लिए ये दुनिया हमसे ज़्यादा important होती है
अपनी उड़ान के लिए किसी की राय ना मांगे बस अपने ऊपर विश्वास रखें। खयाल उन्हीं के आते हैं जिनसे दिल का रिश्ता होता है। हर शख्स अपना हो जाए सवाल ही पैदा नहीं होता।
बिगड़ते रिश्तों को सम्भालने के लिए कभी कभी थोड़ी दूर चले जाना चाहिए। परमात्मा दोनों तरह से आजमाता है देकर भी लेकर भी। अंधेरे से ना डरो जनाब सितारे अंधेरे में ही चमकते हैं।
किसी अपने को खो देने का डर इस दुनिया का सबसे बड़ा डर है। इसे वही समझ सकता है जिसने किसी अपने को खोया हो। जो रिश्ता कम और गुरूर ज़्यादा रखे ऐसे लोगों को ज़िन्दगी से दूर ही रखा करो।
तूफान को शांत करने की बजाय खुद को शांत करना सीखें तूफान गुज़र जाएगा। अक्सर ज़िद को पकड़े रहने से हाथ और साथ दोनों छूट जाते हैं।
अगर क़िस्मत आजमाते आजमाते आप थक गए हो तो कभी खुद को आजमाइये नतीजे बेहतर मिलेंगे। दोस्ती और रिश्तेदारी में पैसे उतने ही उधार दो जितना आप में भूल जाने की ताकत हो। वर्ना रिश्ता और पैसा दोनों गवां दोगे।
वक़्त हालात को बदलता है और हालात इंसान को। माथा वही चूमते हैं जो जिस्म को नहीं रूह को चाहते हैं।
दिल में चाहत का होना जरूरी है जनाब याद तो लेने देने वाले भी करते हैं। ज़िन्दगी में दो ही नियम रखना मित्र सुख में हो तो आमंत्रण के बिना नहीं जाना । और मित्र अगर दुख में हों तो आमंत्रण का इंतजार मत करना। मैं फकीरों से भी सौदा करता हूँ अक्सर जो एक रुपये में लाख दुआएं देता हैं। दो ही हमसफ़र मिले ज़िन्दगी में एक सब्र और दूसरा इम्तेहान। वो ही करता और वो ही करवाता है अरे बन्दे तू क्यूँ इतराता है।
एक साँस भी नहीं है तेरे बस में वो ही सुलाता है और वो ही जगाता है। अब मैं आहिस्ता आहिस्ता समझ रहा हूँ कि लोग अचानक से क्यूँ पंखे से लटक जाते हैं।
जिन रिश्तों को आपकी मौजूदगी से परहेज होने लगे। वहाँ से मुस्कुरा के चले जाना ही बेहतर होता है। सुकून जिनकी बातों से मिलता है उनकी ख़ामोशी मार डालती है।
किसी के ना मिलने से ज़िन्दगी ख़त्म तो नहीं होती लेकिन पाकर खो देने में तकलीफ बहुत होती है। गिनती के 4 यार हो कम हो पर वफ़ादार हो
अहंकार मत पालिऐ जनाब वक़्त के समंदर में कई सिकंदर डूब गए हैं। पति पत्नी का रिश्ता ऐसा होना चाहिए कि जब दोनों में लड़ाई हो जाए तो तीसरे को पता भी नहीं चलना चाहिए। वर्ना लोग फ़ायदा उठाने मे देर नहीं करते।
अन्तर समझ लो आप महंगे हो और हम क़ीमती हैं। अनुभव । है कि एक वफादार दोस्त हज़ार मतलबी रिश्तेदारों से बेहतर होता है। उपरवाला मौज में आए तो सरताज बना देता है और जरा सी नजर फ़ेर ले तो मोहताज बना देता है। मैं कभी भी किसी से नाराज़ नहीं होता बस खास से आम कर देता हूँ।
Life में कौन कौन आता है ये important नहीं है आखिर तक कौन रहता है ये important है। किनारा ना मिले तो कोई बात नहीं दूसरो को डूबाकर मुझे तैरना नहीं आता। जब इंसान अंदर से टूट जाता है तो बाहर से चुप रहना शुरू कर देता है।
ख़ुद से दोस्ती करना सीख जाओगे तो ज़िन्दगी में कभी अकेले नहीं रहोगे। सुकून से इसीलिए हूँ क्यूँकी धोखा खाया है दिया नहीं है। मैं किसी को समझ में आ जाऊँ अभी इतनी समझ किसी में नहीं है। महँगाई का दौर है जनाब अब रिश्ते सिर्फ मुनाफा देखकर होते हैं।
कुछ बातें बताने से नहीं ब्लकि ख़ुद पर बीत जाने से समझ में आती हैं। दुनिया वालों के सामने अपने दुख कभी ज़ाहिर मत करना क्यूंकि ये वहाँ पर नमक ज़रूर लगाती है जहां पहले से ही ज़ख्म होता है। दो हिस्सों में बंट गए मेरे तमाम अरमान कुछ तुझे पाने निकले और कुछ मुझे समझाने निकले। दो हिस्सों में बंट गए मेरे तमाम अरमान कुछ तुझे पाने निकले और कुछ मुझे समझाने निकले।
ईश्वर को छोड़कर कोई अपना नहीं है और हम ईश्वर को छोड़कर सबके पीछे पड़े हैं। ये दो रिश्ते इंसान को बर्बाद कर देते हैं एक दोगला यार और दूसरा झूठा प्यार।
असली दोस्त चाहे कितना भी नाराज हो लेकिन कभी भी दुश्मनों की लाइन में नहीं खड़ा होगा। जो ज़िन्दगी बची है उसे मत गंवाईये बेहतर ये है कि आप उसे भूल जाइए।
अकेले छोड़ने वाले को ये बताना ज़रूरी है कि हम अकेले ही काफी हैं। वही मोहब्बत दूर तक चलती है जिसमें मर्द को प्यार और औरत को इज्ज़त मिलती है।
मिट्टी के दीपक सा है ये जीवन तेल ख़त्म तो ज़िन्दगी खत्म। इंसान वो लड़ाई कभी नहीं जीत सकता जिसमें दुश्मन उसके अपने ही हो। कितनी अजीब बात है हम सब खुश रहने के लिए परेशान रहते हैं। जो बर्दाश्त ना कर पाए वो दोस्त कैसा और जो समझ ना पाए वो रिश्ता कैसा अहमियत हैसियत को मिलती है और हम ज़ज्बात लिए फिरते हैं। मसला ये नहीं कि तुम परवाह क्यूँ नहीं करते मुद्दा ये है कि हमें उम्मीद ही क्यूँ है ।
ज़िन्दगी ज़रा सी लंबी हो जाए तो औलाद भी अच्छा खासा सबक सिखा देती। छोड़ दिया किसी के ख्यालों में रहना अब हम लोगों से नहीं ख़ुद से इश्क़ करते हैं।
कोई भी Relationship अपनी मर्जी से नहीं जुड़ता
क्यूँकी आपको कब कहाँ किससे मिलना है और बिछड़ना है ये सिर्फ उपरवाला तय करता है। आखिर में तुम्हारे साथ सिर्फ तुम ही खड़े रहोगे और कोई भी नहीं।
कभी कभी नाराजगी भी ज़रूरी है ताकि पता तो चले कि हमें मनाने वाला कोई है भी या नहीं। अहंकार उसी की होता है जिसने बिना संघर्ष किए सब कुछ प्राप्त कर लिया। दुनिया में बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो जैसे दिखते हैं वैसे ही होते हैं।
अहंकार उसी की होता है जिसने बिना संघर्ष किए सब कुछ प्राप्त कर लिया और जिसने अपनी मेहनत से हासिल किया होता तो वो हमेशा दूसरों की कदर करता है।
आप परवाह करना छोड़ दो लोग दर्द देना छोड़ देंगे।
दिल में खोट है जुबान से प्यार करते हैं बहुत से लोग आज कल यही व्यापार करते हैं। बहुत महँगा पड़ा हमें दोस्तों कुछ सस्ते लोगों पर भरोसा करना। हिसाब बराबर हुआ चलो कोई दुख की बात नहीं हमारे पास तुम नहीं और तुम्हारे पास हम नहीं।
जब कोई आपकी परवाह या कद्र ना करे तो चुप चाप आप उनसे दूर हो जाओ
खुल जायेगें सभी रास्ते तू रुकावट से लड़ तो सही सब हासिल होगा तुझे तू अपनी ज़िद पर अड़ तो सही। उस हर बात में राजनीति है जहां दो में से एक को चुनना पड़े। जो तुम्हें सच्चे दिल से चाहे उसे अपना बना लो ख़ुदा कसम ये चाहने वाले बहुत कम मिलते हैं।
मदद करना सीखिए फायदे के बगैर मिलना जुलना सीखिए मतलब के बगैर। ज़िन्दगी जीना सीखिए दिखावे के बगैर मुस्कुराना सीखिए सेल्फी के बगैर और ईश्वर पर विश्वास रखना सीखिए बिना किसी शक के बगैर। तेरा हर अंदाज अच्छा है सिवा नजरअंदाज करने के दूसरों के चरित्र पर शक करने से पहले एक बार ईमानदारी से ख़ुद के चरित्र में झांक लेना चाहिए।
जीवन में कुछ भी करो बस एक बात याद रखना अगर सत्य का साथ है तो ईश्वर का साथ है। ज़रूरी नहीं कि इंसान प्यार की मुरत हो सुन्दर और बेहद खूबसूरत हो। कीमत दोनों की चुकानी पड़ती है बोलने की भी और चुप रहने की भी।
बिता हुआ कल जीवन को समझने का एक अच्छा मौका है और आने वाला कल जीवन को जीने का दूसरा मौका है। पाना और खोना तो किस्मत की बात है मगर एक दूसरे को चाहते रहना ये तो अपने हाथ है। अकड़ तो सब में होती है लेकिन झुकता वही है जिसमें रिश्तों की फिक्र होती है।
खुशियाँ पराई होती है सब में बांट दी जाती है दर्द अपने होते हैं इसीलिए दिल में रखने पड़ते हैं। आप बस ख़ुद से खुश रहना सीखो लोग तो रूठते ही रहेंगे। आज कल अपने ही अपनों को अपना नहीं समझते। जो कर्म करने के बाद भी फल की इच्छा नहीं रखता उसकी मदद तो भगवान को भी करनी पड़ती है। जुबान कड़वी दिल साफ है कौन कब बदला है मेरे पास सबका हिसाब है।
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